Wednesday 16 November 2016

पीएम कहते हैं क्रेडिट कार्ड से खाना खाओ - येचुरी | भारत बंद जैसा माहौल है - मायावती

नई दिल्ली:: संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो चुका है. लोकसभा में पहले दिन का सत्र  दिवंगत नेताओँ को श्रद्धांजलि देकर गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया. लेकिन राज्यसभा में नोटबंदी पर चर्चा जारी है.


रोटी नहीं है तो केक खाएं : सीताराम येचुरी

सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने नोटबंदी को लेकर कहा कि पीएम कहते हैं क्रेडिट कार्ड से खाना खाओ, वह किसका मजाक उड़ा रहे हैं. दिहाड़ी मजदूर पर इसका बहुत बुरा असर पड़ा है. हमारी 86% फीसदी नकदी का विमुद्रीकरण कर दिया गया और आज देश 14% नकद पर जिंदा हैं.

उन्होंने कहा, 'फ्रांसीसी क्रांति के समय मैरी एंटोनेट ने कहा था, अगर आपके पास रोटी नहीं तो केक खाएं. अब मोदी जी कहते हैं कि अगर आपके पास पेपर करेंसी नहीं, तो प्लास्टिक करेंसी से भुगतान करें.'

छोटी मछलियां मर रही हैं, मगरमच्छ मजे कर रहे हैं : येचुरी

असम में परसों उपचुनाव है, सो वहां के चाय बगानों के लिए सरकार ने छूट दी है, लेकिन बंगाल को क्यों नहीं, यह जांच का विषय है. उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र में आपने सिनेमा टिकट खरीदने के लिए पुराने नोटों के इस्तेमाल की इजाजत दी, लेकिन खाने के लिए नहीं. आप खाना नहीं खऱीद सकते, टिकट खरीद सकते हैं. इस तरह की छूट को लेकर आपने कैसे फैसला लिया. यह नकली नोटों पर रोक लगाने का सही तरीका नहीं है. ये तो वही बात हो गई छोटी मछलियां मर रही हैं और मगरमच्छ मजे कर रहे हैं.




बिना तैयारी के लिए गया फैसला : मायावती
मायावती ने कहा कि नोटबंदी पर फैसला बिना तैयारी के लिए गया. पूरे देश में ऐसा महसूस हो रहा है जैसे आर्थिक इमरजेंसी लग गई हो. देश के कोने-कोने में चाहे शहर हो या देहात भारत बंद जैसा माहौल लग रहा है. लोग परेशान हैं, कई लोगों की मौत भी हुई है. अस्पतालों में भी लोगों का बुरा हाल है. किसानों के पास बीज खाद के पैसे नहीं है. लोगों को रोजमर्रा की चीजें खरीदने में दिक्कत आ रही है.

मायावती ने कहा कि पीएम मोदी ने 10 महीने तक गोपनीय तैयारी की थी तो ऐसा क्यों हुआ. यह दावा खोखला है, क्योंकि देशभर में त्राहि-त्राहि का माहौल है.




किसान धोती में क्रेडिट कार्ड नहीं रखता : शर्मा
राज्यसभा में कांग्रेस के सांसद आनंद शर्मा ने कहा कि हम कालाधन और आतंकवाद के खिलाफ हैं. सरकार ने नोटबंदी का निर्णय गलत समय लिया. इससे किसानों को और आम आदमी को बहुत दिक्कत हो रही है. यह फैसला बिना किसी तैयारी के लिया गया. किसान धोती में क्रेडिट कार्ड नहीं रखता.सरकार देश में आर्थिक अराजकता फैला रही है. पैसा निकालने पर पाबंदी का हक आपको किसने दिया. हमारा पैसा रोकने का हक आपको किसने दिया?

बीजेपी नेता की बेटी में 500 करोड़ का खर्च कहां से : आनंद शर्मा
उन्होंने कहा कि सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ तोड़ दी है. एक तरफ किसान परेशान हैं और दूसरी ओर कर्नाटक में बीजेपी नेता की बेटी की 500 करोड़ रुपये की लागत वाली शादी हो रही है. 500 करोड़ कहां से आए. लोग अस्पतालों में, बेटी-बेटे की शादी, रोजमर्रा के खर्चे को लेकर परेशान हो रहे हैं.

पीएम मोदी की रैली का पेमेंट क्या क्रेडिट कार्ड से : आनंद
आनंद शर्मा ने सवाल किया कि पीएम की रैली का पेमेंट क्या क्रेडिट कार्ड से हो रहा है. जब टीवी खोलो पीएम मोदी दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि नोटबंदी की खबर महीनों पहले अखबार में कैसे छप गईं. पीएम ने गोपनीयता की बात कही थी कि अगर हम पहले बता देते तो आतंकी फायदा उठा लेते. लेकिन ये खबर कैसे छपी. आपने गोपनीयता नहीं रखी.



आनंद शर्मा का अर्थशास्त्र कमजोर : पीयूष गोयल
इस पर बीजेपी से सांसद पीयूष गोयल ने कहा कि पूरा देश पीएम के फैसले का स्वागत कर रहा है. आनंद शर्मा का अर्थशास्त्र कमजोर है. पहली बार ईमानदारी को सम्मान और बेईमान को नुकसान हुआ है.

नोटबंदी की गोपनीयता से ही बेईमान तकलीफ में
आनंद शर्मा के सवाल का जवाब देते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि नोटबंदी की गोपनीयता से ही बेईमान आज तकलीफ में हैं. लोग जानते हैं कि पीएम का यह कदम देशहित में है. लोग कुछ दिन का कष्ट सहने को तैयार हैं. प्रधानमंत्री को यह कड़ा फैसला लेने का अधिकार था.




अगर पैसे से चुनाव जीता जाता तो सत्ताधारी कभी नहीं हारते : रामगोपाल यादव
रामगोपाल यादव ने कहा कि अगर पैसे से चुनाव जीता जाता तो सत्ताधारी कभी नहीं हारते. इसलिए नोटबैन को चुनावों से जोड़ना गलत है. हां, लेकिन नोटबैन का फैसला सही समय पर नहीं लिया गया. फसलों की बुआई चल रही है, किसान खाद और बीज नहीं ले पा रहा. आलू बिक नहीं पा रहा. कोल्ड स्टोरेज में आलू सड़ रहे हैं. आपके इस कदम से घाटा हो गया. यही नहीं नोटबंदी से पहले ही 2000 के नोट ट्वीट किए गए. गोपनीयता टूटने से नोटबंदी की मंशा फेल हो गई है.

देशहित में चर्चा होनी चाहिए : पीएम मोदी
वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने संसद सत्र से पहले मीडिया के सामने कहा कि देशहित में चर्चा होनी चाहिए. सरकार की सोच और लोगों की समस्याओं पर इस सत्र में अच्छी डिबेट होगी. सरकार सभी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है. सभी दलों का अच्छा योगदान होगा. सरकार की ओर से प्रस्तावित काम पर सभी दलों को साथ लेकर आगे चलने का काम किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पिछले सत्र में जीएसटी पर भी सभी दलों ने साथ में काम किया. सभी राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम किया जाएगा.

जेपीसी जांच की मांग : मायावती
संसद के शीतकालीन सत्र से पहले मीडिया से बात करते हुए बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने नोटबंदी के मुद्दे पर साफ कहा कि उनकी पार्टी इस मामले में जेपीसी जांच की मांग करती है. साथ ही उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी ने एक भी चंदा विदेश से नहीं लिया है और साथ यह भी कहा कि किसी बड़े उद्योगपति से भी उन्होंने कोई पैसा नहीं लिया है.



मैं पीएम मोदी जैसा नहीं, उनकी मां पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा : राहुल गांधी

नई दिल्ली:: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 97 वर्षीय मां हीराबा के बैंक पहुंच कर प्रतिबंधित 500 रुपये के नोट बदलने को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि वह 'उनकी मां पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे.'


मुंबई में पत्रकारों से बातचीत में जब राहुल गांधी से इस बारे में उनकी राय मांगी गई, तो उन्होंने प्रधानमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा, 'मैं मोदी जी की तरह नहीं हूं, मैं उनकी मां पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा.' उन्हें यहां एक मामले की सुनवाई के लिए बुधवार को कोर्ट में हाजिर होना है. इस बारे में उन्होंने एक ट्वीट भी किया है.

नरेंद्र मोदी जी का और मेरा तरीका अलग है। मैं नरेंद्र मोदी जी की माता जी के बारे में कुछ नहीं बोलूंगा


वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि ऐसे वक्त में जब देश भर में बैंकों और एटीएम के बाहर 18-20 लोगों की मौत हो गई, उस वक्त वह हंस रहे हैं.

जापान और गोवा में पीएम मोदी के बयानों की ओर इशारा करते हुए राहुल ने कहा, 'करीब 18-20 लोगों की कतारों में मौत हो गई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हंस रहे हैं. उनको स्पष्ट करना चाहिए कि वह हंस रहे हैं या रो रहे हैं. उन्होंने यह भी दावा किया कि 500 और 1000 रुपये के नोटों को चलन से बाहर करने के बारे में भाजपा के लोगों को पहले ही सूचित कर दिया गया था.

राहुल ने सवाल किया, 'यह कैसे हो सकता है कि प्रधानमंत्री की ओर से 8 नवंबर को घोषणा करने से पहले पश्चिम बंगाल में भाजपा के लोगों ने करोड़ों रुपये जमा करा दिए?' उन्होंने कहा, 'भाजपा के लोग हाथों में 2000 रुपये के नोटों की गड्डियां पकड़े देखे गए हैं. ये तस्वीरें पीएम मोदी के ऐलान करने से पहले इंटरनेट पर आईं.'

कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, 'मोदी सरकार का यह कदम बड़ा घोटाला साबित होगा.' उन्होंने यह भी दावा किया कि वित्त मंत्री अरुण जेटली को भी इस ऐलान के बारे में नहीं बताया गया था. राहुल ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि वित्त मंत्री भी विमुद्रीकरण के बारे में नहीं जानते थे.' 

पीएम मोदी पर अभद्र भाषा का प्रयोग : सांसद अमर सिंह समेत दो लोगों पर मुकदमा

आजमगढ़:: पुराने बड़े नोटों का चलन बंद किए जाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी और अपशब्द कहने के आरोप में सपा के राज्यसभा सदस्य अमर सिंह समेत दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता आईपी सिंह ने आजमगढ़ जिले की शहर कोतवाली में मंगलवार की शाम अमर सिंह और उनके एक अज्ञात मित्र के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है.

आईपी सिंह के अनुसार, उनके एक पत्रकार मित्र ने उन्हें सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो भेजा, जिसमें दिल्ली के किसी होटल के पास अमर सिंह के साथ खड़े एक व्यक्ति 500 और 1000 के नोट बन्द किए जाने के विरोध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके परिजन को गालियां देते हुए दिख रहे हैं और साथ में खड़े सपा राज्यसभा सदस्य अमर सिंह मुस्कुराते हुए दिख रहे हैं.

वहीं, सपा सांसद अमर सिंह ने बातचीत में बताया कि यह वायरल वीडियो पूरी तरह से सही है. यह घटना 8 नवम्बर को दिल्ली के चाणक्यपुरी थाना क्षेत्र के मौर्या होटल के बाहर तब घटी जब वह वाहन के इंतजार में बाहर खड़े थे तभी एक अज्ञात व्यक्ति सेल्फी लेने के लिए उनके पास पहुंचा और देश के प्रधानमंत्री पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया. दूसरे दिन यह वीडियो वायरल कर दिया गया।

सिंह ने बताया कि इस घटना के बाद वह 10 नवम्बर को दिल्ली के चाणक्यपुरी थाने में उस अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ देश के प्रधानमंत्री पर अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में मुकदमा दर्ज करा चुके हैं. वह इस घटना की निन्दा करते हैं. जुर्म करना और जुर्म सहन करना दोनों अपराध है इसलिए वे जब खुद मुकदमा दर्ज करा चुके हैं तो आईपी सिंह के मुकदमा दर्ज कराने का कोई औचित्य नहीं है.

पूरा हिंदुस्तान रो रहा है; मोदी जी कभी हंसते, कभी रोते हैं : राहुल गांधी

मुंबई:: राहुल गांधी ने आज कहा कि पिछले दो साल में एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्जा उद्योगपतियों का माफ किया गया. नरेंद्र मोदी जी 15 लोगों की सरकार चला रहे हैं. लोगों का पैसा इन्हीं कुछ लोगों को दे दिया जाएगा. पूरा हिंदुस्तान रो रहा है, मोदी जी हंसते कभी रोते हैं.


कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज अपने खिलाफ एक आपराधिक मानहानि मामले में भिवंडी में एक अदालत में सुनवाई में उपस्थित हुए. कोर्ट ने मामले में सुनवाई के बाद राहुल गांधी को जमानत दे दी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए राहुल ने आरोप लगाया कि विगत एक वर्ष में मोदी ने करीब 15 उद्योगपतियों के 110,000 करोड़ रुपये के ऋण माफ किए हैं. कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि "अब अपने इन उद्योगपति मित्रों को देने के लिए उन्होंने प्रत्येक नागरिक की जेब से पैसे निकाले हैं. इन उद्योगपतियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है."

गांधी ने कहा, "हम मोदी के मित्रों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं, जिन्होंने काला धन जमा किया है.


पुराने नोट से सिनेमा टिकट खरीद सकते हैं, पर खाना नहीं, यह कैसा फैसला है : नोटबंदी पर सीताराम येचुरी

नई दिल्ली:: नोटबंदी के फैसले को लेकर राज्यसभा में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा इस तरह से कालाधन खत्म नहीं होगा.

येचुरी ने कहा, 'हमारी 86% फीसदी नकदी का विमुद्रीकरण कर दिया गया और आज देश 14% नकद पर जिंदा हैं. सिर्फ 6 फीसदी कालाधन ही नकद में है, जो बाजार में घूम रहा है, जमा कर रखा नहीं गया है. बाजार में घूमते पैसे को नोटबंदी से रोकना मुश्किल है. उन्होंने सवाल किया, आप क्या सोचते हैं 500 और 1000 के नोट बंद करने से भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा? अब 2,000 के नोटों से भ्रष्टाचार और बढ़ेगा.'

येचुरी ने कहा, 'महाराष्ट्र में उन्होंने कहा कि आप सिनेमा टिकट खरीदने के लिए पुराने नोट का इस्तेमाल कर सकते हैं. आप सिनेमा टिकट खरीद सकते हैं, लेकिन खाना नहीं.' वह कहते हैं, 'असम में परसो उपचुनाव होने हैं. इसलिए असम के चाय बागानों के लिए केंद्र सरकार ने छूट दे दी है. लेकिन बंगाल के लिए नहीं? इन छूटों का फैसला किस आधार पर किया जा रहा है. इसकी जांच की जानी चाहिए.'

सीपीएम नेता ने कहा, इस नोटबंदी से दिहाड़ी मजदूर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. उन्होंने कहा, 'लोग परेशान हैं और उनकी परेशान दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. आप लोगों को पीड़ा क्यों दे रहे हैं. लोगों के निजी जीवन को नियंत्रित करने का यह कौन सा फासीवादी तरीका है.'

येचुरी ने कहा, 'फ्रांसीसी क्रांति के समय मैरी एंटॉयनेट ने कहा था, अगर आपके पास रोटी नहीं तो केक खाएं. अब मोदी एंटॉयनेट कहते हैं कि अगर आपके पास पेपर करेंसी नहीं, तो प्लास्टिक करेंसी से भुगतान करें.' उन्होंने कहा, 'एक चमकता भारत है, उनके लिए पेटीएम और इलेक्ट्रॉनिक वॉलेट व्यवहार्य है. लेकिन तरसते भारत का क्या?' आपने कैसी तबाही मचा रखी है. कई लोगों की जान जा चुकी है, लोग अपने मां-बाप का अस्पतालों में इलाज नहीं करवा पा रहे हैं.'


नोटबंदी पर चर्चा : विपक्ष ने प्रधानमंत्री की राज्यसभा में मौजूदगी की मांग की

नई दिल्ली: सरकार के नोटबंदी के फैसले पर आज राज्यसभा में हुई चर्चा के दौरान विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उच्च सदन में उपस्थिति की मांग की ताकि वह ‘‘देश को प्रभावित करने वाले इस महत्वपूर्ण मुद्दे’’ पर सभी दलों की राय सुन सकें.



उच्च सदन में आज नोटबंदी के फैसले पर विपक्ष के कार्यस्थगन प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि यह एक अत्यंत गंभीर मुद्दा है और वह वित्त मंत्री तथा सदन के नेता अरुण जेटली को देख रही हैं जो बहुत ‘‘दुखी’’ नजर आ रहे हैं. उन्होंने मांग की कि सदन को यह अनुरोध करना चाहिए कि प्रधानमंत्री सदन में आएं और चिंताओं का समाधान करें.

सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने मायावती की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि बसपा नेता ने अच्छा सवाल उठाया है और प्रधानमंत्री को विभिन्न दलों की चिंताओं को सुनने के लिए सदन में होना चाहिए. उन्होंने कहा ‘‘कम से कम वह छह सात मुख्य दलों की भावनाएं तो सुन ही सकते हैं अन्यथा यह निरर्थक हो जाएगा. प्रधानमंत्री को विपक्षी सदस्यों की भावनाएं जानना चाहिए. मैं उनसे आग्रह करता हूं कि कम से कम आज तो वह आएं और सदन में बैठें. हम उनका इंतजार कर सकते हैं.’’ आजाद ने इस बात की ओर भी ध्यान दिलाया कि कल हुई सर्वदलीय बैठक में भी प्रधानमंत्री अंत में पहुंचे थे, इस कारण वह प्रमुख पार्टियों के नेताओं के विचार नहीं सुन पाए थे. उन्होंने कहा कि मोदी को सदन में होने वाली चर्चा में प्रमुख दलों की राय को सुनना चाहिए.

इस पर राकांपा के डीपी त्रिपाठी ने आपत्ति जताते हुए कहा कि विपक्ष के नेता के तौर पर उन्हें बड़े और छोटे दलों में अंतर नहीं करना चाहिए.

विपक्ष की इस मांग पर सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई. उल्लेखनीय है कि शीतकाल सत्र के पहले दिन आज भोजनावकाश के पहले तक सदन में प्रधानमंत्री नहीं आए थे.


Tuesday 15 November 2016

आलिया का रोते-रोते बुरा हाल, मॉल में घुसकर मचाई तोड़फोड़!

मुंबईअपनी ज़िंदगी से आलिया भट्ट इतना फ्रेस्ट्रेट हो गई चुकी हैं कि रोते-रोते बुरा हाल है और जब रहा नहीं गया तो मॉल में घुसकर तोड़फोड़ मचा दी


आलिया की पर्सनल लाइफ़ में सब ठीकठाक है, लेकिन उनका ये फ्रस्ट्रेशन डियर ज़िंदगी में बाहर निकल रहा है। टीज़र में आलिया की इस कंडीशन पर शाह रूख़ ख़ान कमेंट करते हुए दिखाई देते हैं कि जब गुस्सा, नफ़रत कुछ भी खुलकर एक्सप्रेस नहीं करने दिया... अब प्यार कैसे एक्सप्रेस करे।

भारत-जापान परमाणु समझौते पर चीन का रुख नरम

बीजिंग, प्रेट्रभारत और जापान के बीच हाल में हुए परमाणु समझौते पर चीन का रुख नरम पड़ा है। विदेश मंत्रालय ने इस पर सधी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच संपन्न करार को मौजूदा अंतरराष्ट्रीय परमाणु अप्रसार व्यवस्था के अनुकूल होना चाहिए। चीन ने परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण इस्तेमाल करने की भी बात कही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के पीएम शिंजो एबी ने शुक्रवार को ऐतिहासिक करार पर हस्ताक्षर किया था।

चीनी विदेश विभाग के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय परमाणु अप्रसार दायित्वों को पूरा करने वाले सभी देश परमाणु ऊर्जा का शांतिपूर्ण इस्तेमाल कर सकते हैं। साथ ही ऐसे देशों पर मौजूदा व्यवस्था को प्रभावी बनाए रखने की भी जिम्मेदारी है। भारत, जापान के साथ परमाणु करार करने वाला ऐसा पहला देश बन गया है, जिसने परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) पर हस्ताक्षर नहीं किया है। एनपीटी का हस्ताक्षरकर्ता राष्ट्र नहीं होने के कारण चीन परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत की सदस्यता का विरोध करता रहा है।
मोदी और शिंजो एबी द्वारा जारी संयुक्त बयान में दक्षिण चीन सागर का भी उल्लेख था। दोनों देशों ने सभी विवादों को संयुक्त राष्ट्र के अधीन शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने पर जोर दिया। शुआंग ने उम्मीद जताई कि क्षेत्र के बाहर के देश विवाद सुलझाने के लिए संबंधित देशों द्वारा किए जा रहे प्रयास का समर्थन करेंगे। मालूम हो कि दक्षिण चीन सागर में अधिकार को लेकर चीन का फिलीपींस, वियतनाम, मलेशिया, बुनेई और ताइवान के साथ विवाद चल रहा है।

24 तक पुराने नोटों से बिजली बिल व रेल टिकट

पटना : अब 24 नवंबर तक पुराने 500 और 1000 के नोटों से बिजली बिल व नगर निगम का टैक्स जमा हो सकेगा। रेलवे व हवाई जहाज का टिकट भी 24 तक पुराने नोटों से लिए जा सकेंगे


बिजली कंपनियों ने उपभोक्ताओं की असुविधा को देखते हुए सोमवार को अवधि विस्तार दे दिया। इसके पहले अमान्य नोटों से 11 नवंबर तक ही बिजली बिल के भुगतान की सुविधा दी गई थी। पुराने नोटों से बिल जमा करने वाले उपभोक्ताओं को उपलब्ध प्रपत्र में वैध पहचान पत्र के साथ बकाया राशि जमा करनी होगी।

ये हैं भोजपुरी की हॉट एक्ट्रेस आम्रपाली, जानिए शादी के बारे में क्या है इरादा

पटनाभोजपुरी अभिनेत्री आम्रपाली दुबे की फिल्म 'बेटा' इन दिनों सिनेमाघरों में धूम मचा रही है। इसमें उनकी जोड़ी दिनेश लाल यादव निरहुआ के साथ है। दर्शक दोनों की जोड़ी को पसंद करते हैं। आम्रपाली अभी खूब फिल्में करना चाहती हैं। फिलहाल शादी का इरादा नहीं, लेकिन जब भी करेंगी, माता-पिता की मर्जी से ही करेंगी।


पारिवारिक रोमांटिक फिल्म है बेटा
फिल्म 'बेटा' छह नवंबर को बिहार में रिलीज हुई। यह एक पारिवारिक फिल्म है, जिसमें निरहुआ और आम्रपाली दुबे का रोमांस और निरहुआ के एक्शन सीन हैं। फिल्म में अंजना सिंह, किरण यादव, अनूप अरोरा, तेज बहादुर, संतोष श्रीवास्तव, पवन राजपूत और अशोक समर्थ भी अहम किरदारों में हैं। फिल्म में रानी चटर्जी पर एक आइटम सॉन्ग भी फिल्माया गया है।
निरहुआ के साथ कर चुकीं एक दर्जन फिल्में
भोजपुरी सिनेमा में आम्रपाली हॉट स्टार हैं। उनकी फिल्म 'निरहुआ हिन्दुस्तानी' को यू-ट्यूब पर एक करोड़ से अधिक लोग देख चुके हैं, जो भोजपुरी फिल्मों का एक रिकॉर्ड है। यह फिल्म उन्होंने दिनेश लाल निरहुआ के साथ की थी। इसके दोनों की जोड़ी हिट हो गई। दोनों की एक दर्जन से अधिक फिल्में आ चुकी हैं।
आम्रपाली के अनुसार दिनेश लाल यादव को 'बिग बॉस' में काम करने के कारण जानती थीं। लेकिन, पहली फिल्म के दौरान वे दिनेश से बात तक नहीं कर पाती थीं।
डॉक्टर बनने की तमन्ना रही अधूरी
आम्रपाली फिल्मों में कैसे आई, इसके पीछे भी एक कहानी है। दरअसल, वे डॉक्टर या एक्ट्रेस बनना चाहती थीं। डॉक्टर बनने की तमन्ना अधूरी रह गई तो एक्ट्रेस बन गईं। टीवी सीरियल्स में काम करने लगीं। इसी दौरान भोजपुरी फिल्म करने का आइडिया आया।
उसे नेहरू की पत्नी मानता आदिवासी समाज, आज भी झेल रही बहिष्कार का दर्द
फिलहाल नहीं करनी शादी
आम्रपाली को अभी बहुत काम करना है। इसमें शादी के लिए फिलहाल कोई जगह नहीं। कहती हैं, ''शादी 10 साल बाद करूंगी।'' तो कौन होगा उनके सपनों का राजकुमार? बताती हैं, ''यह फाइनल नहीं है कि वह कौन होगा। जिससे शादी होगी वह फिल्म इंडस्ट्री से ही होगा या नहीं, अभी नहीं कह सकती। जब पसंद आएगा तो सोचूंगी, लेकिन शादी करने का फैसला माता-पिता ही करेंगे।''

भोजपुरी एक्ट्रेस मोनालिसा को बिग बॉस के घर में स्वामी ने कह दिया...बुढ़िया

पटना भोजपुरी की हॉट एक्ट्रेस मोनालिसा जो आजकल बिग बॉस में छाई हुई हैं। उनका नाता हमेशा किसी-न-किसी वजह से विवादों में बना रहता है

कभी अपने रोमांस के चलते तो कभी अपने झगड़ों की वजह से। मोनालिसा और स्वामी ओमप्रकाश के बीच की खटपट के कारण बिग बॉस की टीआरपी बढ़ी हुई है।
स्वामी ओम की लोकप्रियता घर में सबसे ज्यादा है। वो पहले दिन से ही लोगों के बीच छाए हुए हैं। वो कभी किसी लड़की को बेटी कह देते हैं तो कभी उसे ही धमकी देने लगते हैं। कभी कहते हैं कि कुछ लोग देश की सभ्यता के खिलाफ हैं तो कभी खुद असभ्य बात कर देते हैं।

हाल ही स्वामी जी को घर से निकालकर बिग बॉस के सीक्रेट रूम में भेजा गया था। जहां वो घर के हर मेंबर पर नज़र बनाये हुए थे। वो घरवालों को देख पा रहे थे लेकिन घरवाले उन्हें नहीं देख सकते थे। उसी दौरान टीवी पर मोनालिसा को डांस करता देख स्वामी ने मोना के बारे में कुछ ऐसी बात कही जो ठीक नहीं थी। उन्होंने मोना को बुढ़िया कहा। स्वामी जी की यही क्लिप सलमान खान ने घरवालों को दिखा दी और इसके बाद घर में घमासान मच गया।
उसे नेहरू की पत्नी मानता आदिवासी समाज, आज भी झेल रही बहिष्कार का दर्द
खबर ये भी आई है कि स्वामी ओम ने मोनालिसा को बहुत ही गलत तरीके से हांथ लगाया जिसके बाद मोना भड़क गयी और स्वामी जी से उनकी लड़ाई हुई। लड़ाई इतनी बढ़ गयी की मनु पंजाबी को भी गुस्सा आ गया और उन्होंने स्वामीजी पर हांथ उठा दिया

नोट पर बैन: बोले केजरीवाल, कमीशन लेकर BJP कर रही है काले-सफेद का खेल

नई दिल्लीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 500 और 1000 रुपये के नोटों को चलन से बाहर करने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आज अपनी चुप्पी तोड़तेे हुए कहा कि यह भाजपा की सोची समझी रणनीति का हिस्सा है।


उन्होंने पूरी योजना पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह योजना मनी वालों को परेशान करने के लिए नहीं बल्कि आम आदमी को परेशान करने के लिए है। उन्होंने कहा कि मनी वाला तो मौज में है।
500,1000 के नोट बंदः जानें कौन सा महत्वपूर्ण कदम उठाना भूल गई मोदी सरकार!
केजरीवाल नेे आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने बड़ी चतुराई से अपने लोगों की ब्लैक मनी को पहले व्हाइट में तब्दील करा दिया। उन्होंने कहा कि मोदी से जुड़े लोगों के पास जो काला धन था उसके नोट बदलने का इंतजाम पहले ही कर लिया गया था। यह काम पूरा होने के बाद प्रधानमंत्री ने इस योजना काेे बाहर निकाला।
अब फिक्र छोडि़ए, शनिवार और रविवार को भी खुलेंगे सभी बैंक
इतना ही नहीं उन्होंने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी 20 फीसद कमीशन ले कर काले धन के बदले नए नोट मुहैया करा रही है। यह नए नोट लोगों के घर पहुंचाया जा रहा है।
नोट बदलने के लिए सुबह से अफरातफरी, बैंकों के बाहर लगी लंबी कतारें
उन्होंने कहा कि काले धन के खिलाफ कार्रवाई करनी है तो 648 चिन्हित लोगों पर एक्सन होना चाहिए था, जिनका स्विस बैंक में अकाउंट है।

कड़क चाय बनाने की आदत थी, इसीलिये निर्णय भी कड़क लेता हूंः मोदी


गाजीपुर । आज यूपी के गाजीपुर पहुंचे प्रधानमंत्री ने भारत माता की जय के साथ अपना भाषण शुरु किया। बोले, गाजीपुर जिला ऋषि मुनियों की नगरी है1965 की जंग में वीर अब्दुल हमीद भी इसी धरती के सपूत थे इस धरती को नमन करता हूं। इसी धरती से पांच हजार से अधिक जवान सेना की सेवा कर रहे हैं इस धरती को बार बार प्रणाम। उन्होंने कहा कि 2014 के चुनाव में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने में आपने मदद किया। न किया होता तो भ्रष्टाचारियों को चिंता होती और न कालेधन वालों को चिंता होती यह सब आपके वोट की ताकत है कि गरीब चैन से सो रहा है और अमीर नीद की गोलियां खरीदने को बाजार में चक्कर काट रहा है। यह सब आपके समर्थन से हुआ है।


लोग गोबर से गेहूं निकाल कर पेट भरते थे
गाजीपुर के लोगों की गर्जना देश को सुनने दीजिए, आपका प्यार मेरे सिर आंखों पर, मैने वादा किया था आप जो धूप में तप रहे हैं मै ब्याज सहित विकास कर लौटाउंगा। कोइ सोच नहीं सकता था कि किसानों का भाग्य बदलेगा मगर हो रहा है। पूर्वांचल का कोई बीमार हो तो साेचता था कि कहां इलाज कराउं। गरीबों के इलाज की भी चिंता किया। 1962 में पं नेहरू पहले प्रधानमंत्री थे आज उनकी जयंती है। उप्र ने अनेक प्रधानमंत्री दिए जिनमें पं नेहरू पहले थे। यहीं से लोकसभा सदस्य रहे विश्वनाथ जी उन्होंने संसद में खडे होकर भाषण दिया था। उनकी आंखों में आंसू की धारा थी कहा था, नेहरु जी यूपी से आप पीएम हैं मगर उसी उप्र में एक पूर्वांचल है पूर्वी उत्तर प्रदेश है वहां गरीबी भयावह है वहां लोग गोबर में से गेहूं के बीज निकाल कर पेट भरते हैं। गाजीपुर के सांसद ने यह हालात बयान किया था तो पूरी संसद के आंख में आंसू थे हर कोई हिल गया था तब पं नेहरु ने पटेल कमेटी बनाई थी। उस समिति ने रिपोर्ट बनाई थी पूर्वांचल की भलाई के लिए। पं नेहरु चले गए अब तक यह सब डिब्बे में बंद रहा।

मैं तो विकास करने आया हूं
आज मैं पं जी के जन्म दिन पर कहता हूं कि 1962 में बात हुई थी अब 2016 में नेहरु जी आपकी आत्मा जहां कहीं हो, आपके दल के नेता गाली देते हों आरोप लगाते हों मगर मैं विकास करने आया हूं। इसी दिन मैं उप्र में विकास की रुकी गति को आगे ले जाने की शुरुआत करता हूं। रेल पर पुल बनाना चाहता हूं ताकि विकास को गति मिले। नेता आए गए, नोट बटोरे मगर काम नहीं किया। मैं मनोज सिन्हा और सुरेश प्रभु को आभार प्रकट करता हूं कि पुल के शिलान्यास का मौका मुझे दिया। पुल का काम शुरु हो गया है, समय सीमा में काम पूरा करके रहूंगा। किसान भाई बहनों आप कन्नौज से बेहतर इत्र बनाते थे मुझे दोबारा वह रौनक लानी है। उत्तम सब्जी यहां पैदा होती है मां गंगा की कृपा से। उत्पाद को बचाने की व्यवस्था हो जाए तो यहां के किसानों के उत्पाद बाहर भी जाएं। सही दाम मिलने पर बाजार में बेच सकते हैं ताकि शोषण न हो। फसल बीमा योजना पहली बार किसानों को दी है जिससे किसान बहुत मामूली रकम से अपनी फसल बीमा ले सकता है, बाकी रकम सरकार भरेगी।
भारत में धन की कमी नहीं
आपदा आई तो किसानों को जो पैसा मिलेगा वह योजना भरपाई करेगी। फसल तैयार है मगर अचानक बारिश हुई तो हमने योजना में शामिल किया कि कटाई के बाद 15 दिन तक खेत में ढेर पडा है और नुकसान हुआ तो भी किसान को बीमा का पैसा मिले। कभी कभार मई जून में बुआई करेंगे बारिश के सहारे तो भी बारिश नहीं अाई तो किसान बुआई कैसे करेगा। किसान का खेत सूखा पडा है तो इस बीमा में किसान को बोआई न कर पाने पर फसल बीमा का पैसा दिया जाएगा ताकि किसान को नुकसान न हो। सरकार गांव और गरीब संग किसान के लिए है। भारत में धन की कमी नहीं है मगर धन कहां पडा है वह समस्या है जहां होना चाहिए वहां नहीं और जहां नहीं होना चाहिए वहां ढेर लगा है। पिछली बार नौ मई 2014 को आया था। मैने वादा किया था कि भ्रष्टाचार से लडूंगा, आपने मुझे इस बात पर प्रधानमंत्री बनाया।
देश में बेइमानों के लिए कोई चारा नहीं
500 या हजार की नोट बंद कराया तो वही कर रहा हूं जो वादा किया था। ताली बजाकर देश को बताइये कि देश को भ्रष्टाचार से मुक्त होना चाहिए। मुसीबत झेलेंगे, तकलीफ सहेंगे, भाइयों, गांव का गरीब देश के लिए कष्ट सहने को तैयार है तो देश में बेइमानों के लिए कोई चारा नहीं है। मैं जानता हूं कि आप को तकलीफ हो रही है। घर में शादी हो बारात आने वाली हो धूमधाम से शादी हो बच्चा बाहर कमाने लगा हो तो घर को भी अच्छा करना हो तो रंग रोगन कराने में गंध तो आती है। हम गंध आने के बावजूद रंग रोगन कराते हैं। मगर इरादा नेक होना चाहिए। मेरे गाजीपुर के भाइयों जो मै कर रहा हूं देश के भलाई के लिए कर रहा हूं। गरीबों की भलाई, गांव की भलाई, किसान की भलाई के लिए कर रहा हूं। जो राजनीतिक दल परेशान हैं, वो नोटों की मालाएं ऐसी पहनते थे कि मुंडी भी नहीं दिखती थी।
बिस्तर के नीचे से करोडों रुपये मिलते
आप सुनते थे कि बिस्तर के नीचे से करोडों रुपये मिलते थे, यह गरीबों का है कि नहीं। कागज की गडडी हो गए कालाधन अब। गरीब अमीर सब एक समान हो गए। मुझे भी पीडा है, मैं रात को जगकर आपकी तकलीफ को दूर कर रहा हूं आगे भी करता रहूंगा, लेकिन कुछ लोगों को दिक्कत है। ईमानदारी के नाम पर देश के नेताओं को कहना चाहता हूं गुमराह करने की बात मत करो, कांग्रेस वालों से पूछना चाहता हूं जनता को तकलीफ हो रही है। मैं जनता के लिए एडी चोटी का जोर लगा रहा हूं मगर कांग्रेस बताए आपने 19 महीने आपातकाल लगाकर इस देश को जेल बना दिया। देश के लिए मरने जीने वालों को 19 महीने तक आपने जेल में बंद किया। आपने हिंदुस्तान के अखबारों पर ताले लगवाए। क्या यह आपने गरीबों के लिए किया था क्या कालाधन के लिए किया था। आपने सिर्फ गददी बचाने के लिए देश को जेलखाना बना दिया था। क्या मेरा निर्णय गलत है, गरीब कहते हैं कि चाय जरा कड़क बनाना, गरीब को कडक चाय अधिक पसंद है तौ मैेने भी निर्णय कडक लिया। यह गरीब को पंसद आया और अमीर को नहीं।
सीमा पार से नकली नोट छापकर भेजते हैं
कांग्रेस पूछती है किस कानून से आपने रुपया बंद किया। कांग्रेस ने चवन्नी बंद कर दी थी। कांग्रेस चवन्नी से आगे नहीं बढ सकी। आप बताइए ये आतंकवाद, नक्सलवाद से हमारे नवजवान शहीद हों कोई चाहेगा। आतंकवादियों नक्सलियों के पास पैसे कहां से आते हैं। सीमा पार से नकली नोट छापकर भेजते हैं। क्या दुश्मनों की चाल खत्म होनी चाहिए कि नहीं। आतंकवाद नक्सलवाद उग्रवाद से लडने के लिए जाली नोट समाप्त होनी चाहिए। मुझे बताइए, 500 और हजर की नोट पर हमला न करता तो ये परेशान न होते। पेमेंट नहीं कर पा रहे हैं। बेटी की शादी के लिए जमा पैसे मोदी ले लेगा अफवाह फैला रहे हैं, जब तक मोदी जिंदा है आप विश्वास कीजिए आप कडी मेहनत करके बेटी की शादी के लिए बचाया है उसपर कोई आंख नहीं उठाएगा। मेरी सरकार बैंक में जा पर ब्याज भी देगी।
हिसाब तो देना ही पडेगा
मेरा इन्कम टैक्स विभाग ढाई लाख तक आपसे पूछेगा नहीं। मगर ढाई करोड को छोड दूं सह नहीं होगा। सीसीटीवी कैमरा नहीं है तो चोरी छिपे से लोग कूडे कचरे में नोट फेंक कर भाग रहे हैं। हिसाब तो देना ही पडेगा क्योंकि आप गरीबों से लूट कर लाए हैं। मैं आपका हक लूटने नही दूंगा। आप गंगा किनारे रहते हैं कोई गंगा में दूध कोई फूल चढाएगा, अमीर होगा तो दूध दही शहद और सिक्का भी डालेगा। मगर गंगा में पांच सौ आैर हजार बह रहे हैं। गंगा में ऐसा पाप नहीं धुलेगा। जानता हूं जिनके पास खजाने भरे हैं वो ताकतवर हैं सरकारों को खरीदते हैं। मुझे बताइए क्या मुझे इनसे डरना चाहिए, आपका आर्शिवाद है इसीलिए इतनी बडी लडाई मोल ली है। जो ट्रेन से यहां से जाएगी शब्द भेदी के नाम से हमें विरासत याद आएगी। देश के लिए मरने मिटने वालों को कोई याद नहीं करता था यह शब्दभेदी आपके लिए विकास का अवसर लेकर आया है। आपसे प्रार्थना है जनता के जरिए देश के लोगों से प्रार्थना है।
मैने सिर्फ 50 दिन गरीबों के लिए मांगे।
काम बडा नोट बदलने का, बेइमान को फायदा न हो। सही को लाभ मिले। तकलीफ होगी, समस्या होगी इसलिए आग्रह है आप स्वयं सक्रिय होकर गांव गांव लोगों को धैर्य विश्वास दें। मैने सिर्फ 50 दिन मांगें। 18-20 घंटे बैंक वाले काम कर रहे हैं। कांग्रेस वालों ने अपनी कुर्सी के लिए 19 महीने देश को जेल खाना बना दिया था। मैने सिर्फ 50 दिन गरीबों के लिए मांगे। जिस देश में गांव का गरीब भी कष्ट झेलता हो मेरे देश में अब बेइमानों के दिन खत्म होकर रहेंगे। आप सब खडे होकर मुझे पवित्र काम के लिए आशीर्वाद दीजिए। आपकी तालियां और आशीर्वाद कम नहीं होना चाहिए। आपका आशीर्वाद पूरा देश देख रहा है। पूर्वांचल और मेरे देशवासियों देखिए गरीबों की अमीरी देखिए गोबर से गेहूं निकालकर खाने वाले आशीर्वाद दे रहे हैं ताकि रुवाकटेें डालने वालों को पता चले। मां गंगा को याद कर आशीर्वाद दीजिए बहुत बहुत धन्यवाद आपका।
पीएम बोले वाराणसी में नोट बदलने में लोगों को न हो समस्या
वाराणसी अाज सुबह 10:47 बजे दिल्ली से वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नें हवाईअड्डे के एप्रन पर भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय नेताओं से मुलाकात के दौरान कहा कि बनारस में लाइन लगकर नोट बदलने और जमा करने वाले लोगों को किसी प्रकार की समस्याओं का सामना ना करना पड़े। यदि किसी को कोई समस्या होती है तो आप अपने स्तर से उस को तत्काल दूर करने का प्रयास करें। एप्रन पर पीएम से मुलाकात करने वालों में प्रदीप अग्रहरि, जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा, नागेंद्र रघुवंशी जयनाथ मिश्रा, विद्याशंकर राय, धर्मेंद्र सिंह सहित बीजेपी के कुल नौ स्थानीय नेता शामिल रहे।

रजाई लेकर रातभर बैंक के बाहर सोए लोग, ATM पर भी लंबी कतार

नई दिल्ली । 500 और 1000 के नोटों पर बैन लगने के बाद आम लोगों की मुश्किलें बरकरार हैं। सोमवार को गुरुनानक जयंती की छुट्टी के एक दिन बाद बैंक मंगलवार को फिर खुले। दिल्ली-एनसीआर में बैंकों और एटीएम के बाहर रुपये निकालने वालों की जबरदस्त भीड़ है।


कई इलाकों में तो लोग बैंकों में नोट बदलवाने व रुपये निकालने के लिए आज तड़के चार बजे से ही लंबी-लंबी कतारों में लगे हैं, तो कुछ लोग रातभर बैंक के बाहर डटे रहे।


लोग मंगलवार सुबह से लाइनों में खड़े होकर अपना नंबर आने का इंतजार करते दिखाई दिए। वहीं, दिल्ली के कुछ इलाकों में लोग रातभर रजाई लेकर बैंक के बाहर सोए, ताकि उनका नंबर पहले आए।
नोटबंदीः युवक की कल है शादी, दो भाइयों के साथ रात भर लाइन में लगा रहा

राजधानी दिल्ली के साथ-साथ नोएडा, फरीदाबाद, गुरुग्राम, गाजियाबाद, सोनीपत में भी आज सुबह से ही बैंकों के बाहर लोग लाइन लगाए खड़े हैं। वहीं, भीड़ देखते हुए प्रशासन ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।
केजरीवाल बोले, 'PM मोदीजी 24 हजार रुपये में किसी की शादी करवा देंगे क्या?'

दिल्ली के भजनपुरा इलाके में बैंक से पैसे लेने के लिए लाइन में लगी मायादेवी ने बताया कि तीन दिन हो गए हैं। रोज बैंक आते हैं और लौट जाते हैं। आज भी उम्मीद से आए हैं कि पैैसे मिल जाएं।

भजनपुरा में ही लाइन में लगे एक अन्य शख्स रफीक ने बताया कि एक दिन पहले भी आया था, लेकिन वापस लौट गया। आज भी हम उम्मीद से आए हैं। आज पैसा मिला तो ठीक वरना फिर घर लौट जाएंगे और कल फिर आएंगे।

बैंकों में लाइन में लगे लोगों ने अपनी परेशानी भी बयां की। भजनपुरा में बैंक की लाइन में लगे एक शख्स बबलू का कहना है कि मोदी जी कहते हैं कि गरीब आराम से सो रहे हैं और अमीर नींद की दवाइयां ले रहे हैं। वहीं, हालात जुदा हैं।

एटीएम बंद होने से बढ़ी परेशानी, सोमवार को रहा बुरा हाल
वहीं, सोमवार को बैंक बंदी की खबरें मीडिया में आने के बाद लोग रात 2 बजे ही एटीएम के बाहर लाइन में लगकर पैसे निकालते देखे गए। नतीजन, सुबह तक सभी एटीएम खाली हो गए। सुबह किसी भी एटीएम में पैसा नहीं डाला गया। सिर्फ पीएनबी के एटीएम से पैसे निकल रहे थे।
प्रधानमंत्री के फैसले को पलीता लगा रहे विभाग
लाइन में लगे अंकुर कहते हैं कि प्रधानमंत्री ने देश हित में एक बड़ा फैसला लिया है। इससे भ्रष्टाचारियों की रातों की नींद उड़ी होगी। लेकिन फैसले को ठीक से लागू नहीं किया जा रहा है। सोमवार को बैंक बंद थे, एटीएम में पैसे क्यों नहीं डाले गए। यदि आज पैसे रखे जाते तो कम से कम मंगलवार को बैंकों पर आम दिनों की अपेक्षा 30 फीसद कम लोग पहुंचते।

केजरीवाल बोले, 'PM मोदीजी 24 हजार रुपये में किसी की शादी करवा देंगे क्या?

नई दिल्ली 500 और 1000 रुपये के नोट बंद होने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है

केजरीवाल ने मंगलवार को दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है। सोमवार को दिल्ली कैबिनेट की बैठक में विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने का फैसला लिया गया। इस फैसले के बारे में अरविंद केजरीवाल ने जानकारी दी। सत्र दोपहर 2 बजे शुरू होगा। हालांकि, इसके हंगामेदार होने के भी आसार हैं, क्योंकि भाजपा पहले ही कह चुकी है कि केजरीवाल इस मुद्दे पर लोगों को बरगला रहे हैं। नोट बंद किए जाने को लेकर कोई योजना नहीं थी इससे पहले सोमवार को अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से नोट बंद करने के फैसले को तुरंत वापस लेने की मांग की थी। वायुसेना के जरिए नोट पहुंचाने के मामले में केजरीवाल ने कहा था कि इससे साफ पता चल रहा है कि सरकार के पास नोट बंद किए जाने को लेकर कोई योजना नहीं थी। प्रधानमंत्री के दोस्त ही चैन की नींद सो रहे हैं केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि गरीब चैन की नींद सो रहा है और अमीर नींद की गोलियां खा रहा है। स्थिति उलट है, केवल प्रधानमंत्री के दोस्त ही चैन की नींद सो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जितना भ्रष्टाचार पिछले 4 दिनों में पूरे देश में हुआ है, उतना पिछले चार महीनों में नहीं हुआ होगा। गिरफ्तार हों नकली नोट बनाने वाले केजरीवाल ने कहा कि जो लोग नकली नोट बना रहे हैं, उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए, लेकिन गरीबों को परेशान किया जा रहा है। प्रधानमंत्री कहते हैं कि मुझे 50 दिन दे दो, लेकिन देश के व्यापारी कह रहे हैं कि 50 दिनों तक व्यापार कैसे चलेगा। व्यापार पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। पिछले पांच दिनों से बाजार सुने पड़े हैं। लड़कियों की शादी पर असर पड़ रहा है। केंद्र ने हफ्ते में 24 हजार की सीमा रख कर सबको परेशान कर दिया है। उन्होंने कहा, मोदी जी 24 हजार रुपये में शादी करवा देंगे क्या? 

छोटे नोट जमा करने आया तो सम्मान में खड़े हो गए बैंक प्रबंधक

सहारनपुर (जेएनएन)। गांव पिंजौरा निवासी शिवकुमार पाठक बहुत छोटी जोत के किसान हैं। हालांकि घर की अधिकांश जरूरतें उससे पूरी हो जाती हैं। उनका महीने का बाकी खर्च दो हजार रुपये में चल जाता है। इन दिनों जहां छोटे नोटों के लिए मारामारी मची हुई है।


सामान्य खर्चों से निपटने के लिए छोटे नोट प्राप्त करने की चाहत में लोग घंटों बैंक के सामने कतार में खड़े हो रहे हैं, हीं शिवकुमार 50 व 100 रुपये नोट लेकर खाते में जमा कराने रविवार को दिल्ली रोड स्थित पंजाब नेशनल बैंक की आवास विकास शाखा में पहुंच गए। यह देख न केवल बैंक स्टाफ वरन मैनेजर क्रांति कुमार अपनी कुर्सी से खड़े हो गए। उन्होंने शिव कुमार पाठक को कुर्सी पर बैठाया। अपने कक्ष में ही शिवकुमार का फार्म भरवाया और पैसे जमा करा दिए।
शिवकुमार ने मैनेजर को बताया कि उन्होंने टीवी में खबर देखी कि बैंकों में छोटे नोटों की कमी पड़ रही है। घर में बच्चों और पत्नी की कुल बचत करीब छह हजार रुपये थी। इसमें सभी 100 और 50 के नोट थे। इतनी रकम से परिवार का तीन महीने का खर्च चल जाएगा। हमने आधी रकम अपने पास रख ली। बाकी बचे तीन हजार रुपये किसी जरूरतमंद तक पहुंच जाएं, इसी सोच के साथ बैंक में जमा करने आ गए। मैनेजर का कहना था कि यदि अन्य लोग भी ऐसी ही भावना का प्रदर्शन करते हुए सब्र से काम लें तो समस्या ही खत्म हो जाएगी

डोनाल्ड ट्रंप की अगुवाई में भारत-अमेरिका संबंध होंगे बेहतर : पीएम मोदी

नई दिल्लीअमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के फैसले ने एक तरह से दुनिया को चौंका दिया। हिलेरी की जीत का आंकलन करने वाले सर्वेक्षणों के परिणाम गलत साबित हुए। ट्रंप को पापुलर वोट भले ही हिलेरी क्लिंटन से कम मिले हों लेकिन ये तय हो गया कि अमेरिका में सत्ता अब रिपब्लिकन यानि ट्रंप के हाथ में होगी। ट्रंप की जीत को लेकर वैश्विक स्तर पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आईं।


मसलन अमेरिका और रूस के रिश्ते पहले से बेहतर होंगे, चीन और अमेरिका के रिश्ते में कड़वाहट आएगी। इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण सवाल ये है कि भारत और अमेरिका के रिश्ते अब कौन सा आकार लेंगे। पीएम मोदी का कहना है कि उन्हें नहीं लगता कि हमारे रिश्तों में किसी तरह की नरमी रहेगी।
'अमेरिका से रिश्ते होंगे बेहतर'
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा आयोजित भोेज में पीएम ने अनौपचारिक बातचीत में कहा कि ट्रंप शासन के दौरान भारत और अमेरिकी रिश्ते एक नई ऊंचाई हासिल करेंगे। जानकारों का कहना है कि बराक ओबामा के कार्यकाल में भारत और अमेरिका एक दूसरे के काफी करीब आए। पीएम मोदी और ओबामा के व्यक्तिगत रिश्तों में भी मजबूती आई। लेकिन ठीक वैसे ही रिश्ते ट्रंप के साथ होंगे इसके बारे में फिलहाल कुछ कह पाना मुश्किल है।
क्लिंटन की हार के बाद नये नेता को चुनने की तैयारी में डेमोक्रेट
1990 के बाद भारत-अमेरिका के रिश्ते हुए खराब
1990-2000 के दौरान रिपब्लिकन सरकार के दौरान भारत और अमेरिका के रिश्ते सबसे खराब दौर से गुजर रहे थे। अमेरिकी राजनयिक रॉबिन राफेल ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर विवादित इलाका है। इसके अलावा उन्होंने पाकिस्तान को अमेरिका रक्षा सहयोग देने की पुरजोर वकालत की थी। पीएम मोदी से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राफेल के पति की मौत पाकिस्तान में एयर क्रैश में हुई थी जिसमें पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति जिया-उल-हक मारे गए थे। राफेल वर्ष 2000 तक असिस्टेंट सेक्रेटरी फॉर साउथ एशिया के पद पर तैनात थीं। 1999 में करगिल की लड़ाई के बाद बिल क्लिंटन की अगुवाई वाली अमेरिकी सरकार का रुख भारत के प्रति बदला। वर्ष 2000 के बाद से अमेरिका का झुकाव पाकिस्तान की तरफ से हटकर भारत की तरफ होने लगा।
'देश की छवि के लिए यात्रा जरूरी'
जानकारों का कहना है कि ओबामा-मोदी के स्वभाव में एकरूपता न होने के बाद भी दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिकी रिश्ते को नया आयाम दिया है। पीएम बनने के बाद एक साक्षात्कार में पीएम मोदी ने कहा था कि उनके विदेशी दौरे के पीछे एक खास मकसद ये भी था कि उनके बारे में मीडिया ने विश्व स्तर पर जिस तरह की छवि का निर्माण किया है, वो दूर हो सके। अगर आप विकास के पैमाने पर या वैश्विक स्तर पर देश को ऊंचाई पर ले जाना चाहते हैं तो दुनिया के नेताओं के साथ संतुलित और सकारात्मक संबंध होने चाहिए

पॉलिटिशियन की बेटी है ये एक्ट्रेस, पढ़ते हुए ही मिल गया था फिल्मों का ऑफर

एंटरटेनमेंटबॉलीवुड एक्ट्रेस नेहा शर्मा फिल्म 2001 में आई 'तुम बिन' के सीक्वल में नजर आएंगी। अनुभव सिन्हा के डायरेक्शन में बन रही यह फिल्म 18 नवंबर को रिलीज हो रही है। फिल्म में नेहा के अलावा आदित्य सील और आशिम गुलाटी भी हैं। नेहा शर्मा इससे पहले क्या कूल हैं हम (2012), क्रूक (2010), यमला पगला दिवाना-2 जैसी फिल्मों में काम कर चुकी हैं। बिहार के विधायक की बेटी हैं नेहा...

बिहार के भागलपुर शहर में जन्मी नेहा बॉलीवुड में तेजी से उभरते स्टार्स में से एक हैं। 28 वर्षीय नेहा ने दिल्ली के एनआईआईएफटी कॉलेज से फैशन डिजाइनिंग की है। नेहा के पिता कांग्रेस के टिकट से भागलपुर के विधायक हैं।

डिजाइनर से बनीं एक्ट्रेस...
नेहा ने स्कूली शिक्षा माउंट कारमेल स्कूल, भागलपुर से पूरी की। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंटीरियर एंड फैशन टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली से उन्होंने फैशन डिजाइनिंग सीखा। कुछ समय तक फैशन डिज़ाइनर के रूप में काम करने के बाद नेहा को तेलुगु फिल्म में ब्रेक मिला।

तेलुगु फिल्म से किया था डेब्यू...
नेहा ने तेलुगु फिल्म 'चिरुथा' से डेब्यू किया था। यह फिल्म 2007 में रिलीज़ हुई थी। डायरेक्टर अश्विनी दत्त की इस फिल्म में सुपरस्टार चिरंजीवी के बेटे राम चरण तेजा ने भी डेब्यू किया था, लेकिन फिल्म को अधिक सफलता नहीं मिल सकी। तेलुगु फिल्म के बाद साल 2010 में नेहा को फिल्ममेकर महेश भट्ट ने अपनी फिल्म 'क्रूक' में मौका दिया। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त सुर्खियां बटोरीं। जल्द ही वे 'हेरा फेरी' सीरीज की तीसरी फिल्म में नजर आएंगी।

पिता के लिए किया था प्रचार...
नेहा के पिता अजीत शर्मा जब बिहार विधानसभा उपचुनाव में खड़े हुए तो उनके प्रचार करने के लिए नेहा भागलपुर आई थीं। उन्होंने पूरे विधानसभा क्षेत्र में खुली जीप में प्रचार किया था। नेहा को देखने लोगों की जबरदस्त भीड़ उमड़ी थी।

ATMs से निकलने लगे 2000 के नोट, नोटों को बदलने में 50 दिन के बजाए लगेंगे 4 महीने

इंदौर/ नई दिल्ली.500 और 1000 रुपए के नोट बंद होने से परेशान लोगों के लिए थोड़ी राहत की खबर है। मंगलवार से कुछ एटीएम पर 2000 के नए नोट निकलने लगे हैं। चुनिंदा जगहों पर 500 के नए नोट भी निकलने लगे हैं100 रुपए के कैश का भी फ्लो बढ़ा है। देश में एटीएम से 2000 का पहला नोट भोपाल में रामचंद्र राव नाम के एक शख्स को मिला। उधर, नोटों को बदलने को लेकर कहा जा रहा है कि पूरी प्रॉसेस में 50 दिन नहीं, करीब 4 महीने का वक्त लगेगा। नए नोटों को लेकर सवाल-जवाब...


मौजूदा बैंकिंग हालात पर सेक्रेटरी फाइनेंस अफेयर्सशक्तिकांत दास और चेयरपर्सन एसबीआई अरुंधति भट्टाचार्य द्वारा दिए चुनिंदा सवालों के जवाब...
Q- समस्या की वजह क्या है?
A-500/1000 के नोटों के रूप में 14 लाख 50 हजार करोड़ रुपए चलन में थे। इनकी जगह नए नोट चलन में नहीं आने तक ये समस्या बनी रहेगी।

Q- तो सरकार कर क्या रही है?
A-कैश को सीधे एटीएम और बैंकों तक पहुंचाने के लिए पहली बार विमान और हेलिकॉप्टर लगाए गए हैं।

Q- बैंकों में भीड़ कब कम होगी?
A-अभी एटीएम से ज्यादा पैसे नहीं निकल रहे हैं, इसलिए भीड़ ज्यादा है। कैश मिलने लगेंगे तो भीड़ कम होगी।

Q- एटीएम से 500 और 2000 के नोट कब मिलेंगे?
A-500 रुपए के नोट 3 सर्कल में देने शुरू हो गए हैं। भोपाल में मिलने लगे, मुंबई में 1-2 दिन में शुरू हो जाएंगे। मंगलवार से 2000 के नोट भी मिलने लगेंगे।
Q- 60% एटीएम तो बंद हैं...
A-एटीएम में नए नोटों के हिसाब से बॉस्केट कम्प्लीट करनी पड़ी। सेंसर बदलने पड़े। इस महीने के आखिर तक एसबीआई के सभी एटीएम नई करंसी देने लगेंगे।

Q- कर्ज सस्ता और ईएमआई कम होने की चर्चा भी होने लगी है?
A-हां। 7 दिसंबर को आरबीआई ब्याज दरें घटा सकता है, क्योंकि नोटबंदी से बैंकों के पास ज्यादा पैसा आ रहा है। एसबीआई और एक्सिस समेत कई बैंक संकेत दे चुके हैं।
सरकार के 11 नए फैसले; जिससे हमें सीधा फायदा होने वाला है
#1.जिन जगहों पर पुराने नोट चल रहे हैं, उसकी मियाद 24 नवंबर तक बढ़ाई गई
#2.निजी अस्पताल और मेडिकल स्टोर्स व निजी बिजली कंपनी ऑफिस में पुराने नोट लिए जाएंगे।
#3.बैंकों में दिव्यांगों और बुजुर्गों के लिए अलग से लाइन होगी। 
#4. अब एटीएम से 2000 के नोट भी मिलेंगे। हालांकि, अभी सभी एटीएम में यह सुविधा नहीं होगी।
#5.बैंकों में नोट पहुंचाने के काम में तेजी लाने के लिए हेलिकॉप्टर और विमान लगाए गए हैं। 
#6. 18 नवंबर तक नेशनल हाईवे टोल फ्री। 21 नवंबर तक एयरपोर्ट पर पार्किंग चार्ज नहीं लगेगा।
#7.देश भर में माइक्रो कैश मशीनें लगाने का काम शुरू होगा।
#8. कम से कम 3 महीने पुराने करंट अकाउंट्स से कैश विदड्रॉवल की लिमिट प्रति हफ्ते 50 हजार की गई। इससे छोटे कारोबारियों को फायदा होगा।
#9.रूरल एरिया में काम करने वाले 1.2 लाख बैंकिंग अभिकर्ताओं की नकदी सीमा बढ़ाकर 50 हजार रुपए की गई। यह लिमिट बढ़ाई जा सकेगी।
#10.देश के 1.3 लाख डाकघरों को नोटों की सप्लाई बढ़ाई जाएगी। 
#11.बैंकों से कहा गया है कि क्रेडिट और डेबिट कार्ड पर ट्रांजैक्शन चार्ज 31 दिसंबर तक न लगाएं।
इंदौर में अफवाह रोकने के लिए लगाई धारा
- हालांकि, जिस स्पीड से नोट बांटे जा रहे हैं, यह समय सीमा कम साबित हो सकती है।
- फाइनेंस मिनिस्टर द्वारा जारी आंकड़ों के आधार पर कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि जिस हिसाब से रुपए को बदलने की प्रॉसेस है, उसमें कम से कम 116 दिन का वक्त लगेगा।
मध्य प्रदेश में अफवाह रोकने के लिए धारा 144
- इंदौर में नोटबंदी पर अफवाह रोकने के लिए धारा-144 लगा दी गई है। इंदौर कलेक्टर पी. नरहरि ने ऑर्डर में कहा है कि बिना वैधानिक आधार के पुरानी करंसी बदलने या उस बारे में अफवाह फैलाने वाली फोटो, संदेश भेजने या कमेंट करना बैन कर दिया गया है। ऑर्डर 12 जनवरी 2017 तक लागू रहेगा।

मोदी मानते हैं- भारत से रिश्ते अच्छे रखेंगे ट्रम्प और उनका एडमिनिस्ट्रेशन

नई दिल्ली. नरेंद्र मोदी का मानना है कि प्रेसिडेंट-इलेक्ट डोनाल्ड ट्रम्प भारत से अच्छे रिलेशन चाहते हैं। मोदी ये भी महसूस करते हैं कि रिपब्लिकन एडमिनिस्ट्रेशन भारत के प्रति झुकाव रखेगा। मोदी ने ये बातें दिल्ली में लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन के दिए डिनर के दौरान कहीं। नए एडमिनिस्ट्रेशन का भारत-अमेरिका रिलेशन पर कोई असर नहीं पड़ेगा...



- मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मोदी ने कहा, "ट्रम्प बिना अपनी बात साफ तौर पर कहने वाले शख्स हैं। वे भारत से बेहतर रिलेशन रखने की बात कह चुके हैं।"
- "अमेरिका में सत्ता बदलने (डेमोक्रेटिक के बाद रिपब्लिक) के बाद भी भारत से उसके रिश्तों में कोई बदलाव नहीं आएगा।"
- यह पूछे जाने पर कि रिपब्लिकन्स का भारत को लेकर रवैया कैसा रहेगा, मोदी ने कहा, "रिपब्लिकन्स के भारत से रिलेशन काफी फ्रेंडली रहे हैं।"
- इससे पहले बराक ओबामा ने मोदी को अपना दोस्त बताया था।
- बता दें कि लोकसभा स्पीकर ने संसद का सेशन शुरू होने से पहले डिनर दिया था। इसमें मोदी ने भी शिरकत की थी।
1990 के दशक में भारत-अमेरिका रिलेशन में आई थी तल्खी
- 1990 के दशक में रिपब्लिकन एडमिनिस्ट्रेशन के दौरान दोनों देशों के रिलेशन में थोड़ी तल्खी आई थी।
- यूएस डिप्लोमैट रॉबिन रॉफेल ने जम्मू-कश्मीर को 'विवादित जगह' करार दिया था और पाकिस्तान को दी जाने वाली मिलिट्री सहायता का समर्थन किया था।
- मोदी ने कहा, "राफेल के पूर्व पति पाकिस्तान में एयर क्रैश में मारे गए थे। उन्हें जिया उल-हक ने मरवाया था।"
- 2000 में राफेल साउथ एशिया मामलों की सहायक विदेश मंत्री थीं। करगिल वॉर के बाद बिल क्लिंटन भी भारत दौरे पर आए थे। इसी के बाद अमेरिका पाक से दूर होकर भारत से नजदीक आना शुरू हो गया था।
मोदी को विकास करने वाला बता चुके हैं ट्रम्प
- इलेक्शन कैम्पेन के दौरान ट्रम्प मोदी को भारत का विकास करने वाला महान नेता बता चुके हैं
- भारत की 8% ग्रोथ की भी ट्रम्प तारीफ कर चुके हैं। वे ये भी कह चुके हैं कि हिंदुओं का बहुत सम्मान करते हैं।
- ट्रम्प ने ये भी कहा था, "अगर मैं प्रेसिडेंट बना तो भारत से रिश्ते मजबूत होंगे।"

पैसे के लिए लाइन में लगना देशभक्ति का इम्तहान: BJP नेता राम माधव ने कहा

नई दिल्ली.देश में एटीएम और बैंक से पैसे निकालने के लिए लोग लंबी-लंबी लाइनें लगा रहे हैं। इस बीच, सीनियर बीजेपी लीडर राम माधव ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा- 'मुश्किल वक्त में यह देशभक्ति का इम्तहान है।' बता दें कि सरकार ने 500-1000 के पुराने नोटों को बंद कर दिया है। इनकी जगह 500 और 2000 के नए नोट मार्केट में आने हैं, लेकिन अभी तक ये नोट पूरी तरह मार्केट में अवलेबल नहीं हैं।

अचानक सामने आए इस फैसले से कैश की दिक्कत पैदा हो गई है, लिहाजा एटीएम और बैंकों पर लोगों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। राम माधव ने और क्या कहा...
- राम माधव ने ट्वीट में लिखा- 'इन दिनों हम यह सब (लंबी-लंबी लाइनें) बहुत देख रहे हैं, यह देशभक्ति का इम्तहान है, वरना सामान्य दिनों में तो हर कोई देशभक्त बनता है।'
- राम माधव ने इसके अलावा एक टीवी चैनल के वीडियो को भी एक कमेंट के साथ रिट्वीट किया है। जिसमें लिखा है- 'देशभक्तों से मिलना चाहते हैं तो इसे देखें।'
- बता दें कि 8 नवंबर को नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 के नोट बंद करने का एलान किया था, उन्होंने अनडिक्लेयर्ड कैश को मेनस्ट्रीम इकोनॉमी में लाने के लिए इस कड़े कदम को जरूरी बताया था
मोदी ने क्या कहा है?
- पिछले हफ्ते कई मीटिंग्स के बाद नरेंद्र मोदी ने लोगों से यह अपील की थी कि बस 50 दिन दें, उसके बाद यह दिक्कत दूर हो जाएगी।
- मोदी ने सोमवार को यूपी के गाजीपुर में कहा- 'मुझे मालुम है कि आप लोगों को दिक्कत हो रही है। मैं इसे समझ सकता हूं।'
- 'आपको हो रही परेशानी से मैं दुखी हूं और इसीलिए मैं इस स्थिति को कंट्रोल करने में लगा हुआ हूं।'
संसद सत्र कल से, अपोजिशन हमले को तैयार
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अपोजिशन पार्टीज ने इस मामले में बुधवार से शुरू हो रहे संसद सत्र में सरकार को घेरने की योजना बनाई है।
- उधर, मोदी ने भी विरोधी दलों से निपटने के लिए स्ट्रैटजी तैयार करने के मकसद से बीजेपी सांसदों के साथ से मीटिंग की है। 
- मोदी ने अपने सांसदों से कहा है कि देश इस फैसले का सपोर्ट कर रहा है, इसलिए सरकार को बचाव करने की जरूरत नहीं है।

PAK ने जम्मू के अखनूर में फिर की फायरिंग, आर्मी दे रही है जवाब; 47 दिन में 290 बार सीजफायर तोड़ चुका है पड़ोसी

श्रीनगर/इस्लामाबाद. पाकिस्तान ने मंगलवार को भी जम्मू डिस्ट्रिक्ट के अखनूर में सीजफायर वॉयलेशन किया। इससे पहले सोमवार को भी पाक रेंजर्स ने अखनूर के यहां पल्लनवाला सेक्टर में फायरिंग की थीइसके साथ ही सुंदरबानी और नौशेरा सेक्टर में भी सीजफायर तोड़ा गया था। बता दें कि पीओके में 29 सितंबर को सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से पाक अब तक (47 दिनों में) 290 बार सीजफायर वॉयलेशन कर चुका है। नौगाम में हुई घुसपैठ की कोशिश...



  न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इंडियन आर्मी ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के नौगाम सेक्टर में आतंकियों की घुसपैठ की कोशिश को विफल कर दिया।
- 3-4 आतंकी घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे, लेकिन आर्मी ने एनकाउंटर में एक आतंकी को मार गिराया
- बीएसएफ के एक सीनियर अफसर के मुताबिक, सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने अब तक 290 बार सीजफायर तोड़ा है।
- "इससे जम्मू-कश्मीर में 26 लोगों की मौत हुई है, इनमें 14 सिक्युरिटी पर्सनल्स हैं। इसके अलावा 83 लोग जख्मी भी हुए हैं।" 
- "पाक रेंजर्स ने इंटरनेशनल बॉर्डर पर 186 बार सीजफायर का वॉयलेशन किया है। इस दौरान उन्होंने कठुआ, सांबा और जम्मू डिस्ट्रिक्ट में बॉर्डर पोस्ट्स को निशाना बनाया।"
- " जबकि LoC पर पाकिस्तानी की तरफ से 104 बार सीजफायर तोड़ा गया है।"
- बता दें कि 18 सितंबर को उड़ी में हुए आतंकी हमले के बाद ही भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। जिसके बाद से दोनों देशों के बीच इंटरनेशनल बॉर्डर और एलओसी पर तनाव है।
पाक बोला- LoC पर हमारे 7 सैनिक मारे गए
- पाकिस्तान ने सोमवार को दावा किया था कि बीते रविवार देर रात भारत की तरफ से भिम्बर सेक्टर में फायरिंग की गई, जिसमें हमारे 7 सैनिक मारे गए।
- पाक की इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) ने बयान जारी कर कहा- 'पाक के कब्जे वाले कश्मीर में भारत ने सीजफायर वॉयलेशन किया।'
- "भारत की तरफ से एलओसी पर फायरिंग की गई, मोर्टार शेल भी बरसाए गए।"
- पाक आर्मी के स्पोक्सपर्सन ने बताया- "आर्मी चीफ जनरल राहील शरीफ रावलपिंडी के पास झेलम में इन सैनिकों के फ्यूनरल में शामिल हुए।"
- पाक फॉरेन मिनिस्ट्री ने इस पर इंडियन हाई कमिश्नर गौतम बम्बावाले को तलब किया है।
- विदेशी मामलों में पाक पीएम नवाज शरीफ के सलाहकार सरताज अजीज ने इसे भारत की रणनीतिक गलती करार देते हुए परमाणु हमले की धमकी दी है।
फायरिंग की आड़ में बनाए 5 लॉन्चिंग पैड
- पाकिस्तान ने इंटरनेशनल बॉर्डर और एलओसी पर फायरिंग की आड़ में आतंकियों के लिए 5 लॉन्चिंग पैड (कैंप) बनाए हैं।
- इसमें 3 एलओसी के और दो आईबी के पास बनाए गए हैं। ये कैम्प पाकिस्तानी सेना और रेंजरों की मदद से बनाए गए हैं।
- कुछ कैंपों पर आतंकियों की हलचल देखी गई है, बाकी कैंप अभी खाली हैं।
- इस बात की जानकारी डिफेंस और होम मिनिस्ट्री को दे दी गई है।
- पिछले दिनों बॉर्डर पर हुई घुसपैठ की कोशिशों में इन्हीं कैम्पों को एक्टिव किया गया था। पाक का इरादा फायरिंग की आड़ में इन कैम्पों से आतंकियों को सीमा पार कराना है।

नोटबंदी के फायदे: नकली करंसी से दोगुना हो गए थे 500-1000 के नोट, अब होम लोन 1.5% और मकान 25% सस्ते होने के आसार

नई दिल्ली. RBI ने 500-1000 के जितने नोट छापे, देश में पिछले पांच साल में उनमें करीब दोगुना बढ़ोतरी हो गई थी। ऐसा बाजार में फेक करंसी और ब्लैकमनी की वजह से हुआ। पुराने बड़े नोट बंद करने के सरकार के फैसले से इस पर काफी हद तक लगाम लगने की उम्मीद है। बाजार में कुछ समय की मंदी के बाद महंगाई कम हो सकती है। मकान 20-25 फीसदी सस्ते हो सकते हैं।


अगले महीने आरबीआई जब मॉनेटरी पॉलिसी का रिव्यू करेगा, तब लोन पर इंटरेस्ट रेट 1 से 1.5 फीसदी तक कम हो सकता है। ने द फाइनेंशियल प्लानर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के मेंबर जितेंद्र सोलंकी, पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स रहीस सिंह और गुरचरन दास से समझा सरकार के फैसले का नफा-नुकसान ...
फायदे की 5 बातें...
Q. देश को क्या फायदा हुआ?
- टेरोरिज्म के लिए होने वाली फंडिंग नोटबंदी के फैसले के साथ ही कुछ समय के लिए थम गई है।
- बाजार में 500-1000 रुपए के नोट के रूप में मौजूद नकली करंसी पूरी तरह बेकार हो गई।
- आरबीआई की मार्च में आई रिपोर्ट के मुताबिक देश में 17.77 लाख करोड़ की कुल करंसी चलन में थी।
- फाइनेंस सेक्रेटरी शक्तिकांत दास के मुताबिक, पिछले पांच साल में देश में 500 के नोटों की संख्या में 76 फीसदी और 1000 के नोट में 109 फीसदी का इजाफा हुआ है। यह सब फेक करेंसी की वजह से हुआ।
- बताया जाता है कि देश में कुल करंसी का करीब 80 फीसदी ब्लैक मनी या फेक करंसी के रूप में है।
- सरकार के इस फैसले से कुछ महीनों के लिए देश में बड़ी रिश्वतखोरी कम हो जाएगी। आम आदमी जरूरत के पैसों का इंतजाम करने और बड़े नोट बदलने में लगा है। ऐसे में वह छोटे नोट में रिश्वत देना भी नहीं चाहता।
- 10-20 लाख तक की ब्लैकमनी व्हाइट करने के तरीके शायद कामयाब भी हो जाएं। लेकिन 50 लाख, 1 करोड़ या इससे ज्यादा की रकम को व्हाइट करने पर बेईमान फंस जाएंगे

Q. इकोनॉमी को क्या फायदा है?
- बोफा मेरिल लिंच ग्लोबल रिसर्च के मुताबिक, पुराने बड़े नोट बंद करने पर जो लोग बैंकों में आकर कैश जमा करा रहे हैं, उसकी रकम जीडीपी का 1 से 2 फीसदी हिस्सा हो सकती है।
- आरबीआई की लाइबिलिटीज कम होंगी। अभी जितनी करंसी आरबीआई छापता है उसका बड़ा हिस्सा ब्लैकमनी के रूप में लोग छुपाकर रख लेते हैं। इसके बदले में आरबीआई को दूसरे नोट छापने पड़ते हैं। बाजार में नकली करंसी भी चल रही है।
- नोटबंदी से इन सब पर लगाम लगेगी तो बाजार में करंसी का फ्लो बढ़ेगा।
- लोग पैसा अकाउंट में जमा कर रहे हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक इससे इनकम टैक्स कलेक्शन करीब 1 लाख करोड़ रुपए बढ़ने का अनुमान है।
Q. आम आदमी को क्या फायदा होगा?
- बाजार में कुछ समय के लिए मंदी रहेगी, लेकिन तेजी से लिक्विडिटी बढ़ेगी। इससे महंगाई कम होगी।
- खासतौर पर रियल एस्टेट सेक्टर, जिसमें 60-80 फीसदी ब्लैकमनी के रूप में कैश पेमेंट होता है। अब यह कुछ समय के लिए थम जाएगा। इससे इस सेक्टर में 20-25 फीसदी तक रेट कम होने की उम्मीद है।
- बैंकों में नगदी बढ़ी है। दिसंबर में आरबीआई की नई फाइनेंशियल पॉलिसी आने वाली है। इसमें इंटरेस्ट रेट 1-1.5 फीसदी तक कम होने का अनुमान है।
- भ्रष्टाचार पर कुछ हद तक लगाम लगेगी। इससे आम आदमी के सरकारी काम आसानी से होंगे।
Q. बैंकों को क्या फायदा होगा?
- बैंकों के पास बड़ी मात्रा में कैश पहुंच रहा है। फाइनेंस मिनिस्ट्री ने शनिवार को अपने बयान में बताया था कि 12 नवंबर दोपहर तक देशभर की बैंकों के पास 2,02,103 करोड़ रुपए जमा हो चुके थे। सिर्फ एसबीआई के पास ही पिछले चार दिन में 60 हजार करोड़ रुपए कैश डिपॉजिट हो चुका है।
- डिपॉजिट बढ़ने से अब बैंक इस रकम का इस्तेमाल, बॉन्ड मार्केट में या लोन देने में कर सकेंगे। इससे वे मुनाफा कमाएंगे।
- जमा हो रही रकम को बैंक अपना एनपीए (नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स) बैलेंस करने में इस्तेमाल कर सकेंगे। एसबीआई का कुल एनपीए बढ़कर 60013 करोड़ रुपए हो गया है। एनपीए ऐसा लोना होता है जो बैंक ने दिया, लेकिन वापस नहीं आया।
- हालांकि, लोगों ने अभी यह पैसा नोट बदलने के लिए जमा किया है। लिहाजा, वे इसे निकालना भी शुरू करेंगे। लेकिन उसकी रफ्तार धीमी होगी। बैंक इससे करीब 4-5 महीने तक मुनाफा कमा सकते हैं।
Q. सरकार को क्या फायदा होगा?
A. लोगों को लग रहा है कि सरकार ने बड़ा और कड़ा कदम उठाया है। इससे करप्ट लोगों की ब्लैकमनी एक झटके में खत्म हो गई। इस माहौल से यूपी और पंजाब चुनाव में केंद्र की बीजेपी सरकार या उसके सपोर्ट वाली पार्टियों को फायदा हो सकता है।
- यूपी या पंजाब चुनाव में दूसरी पार्टियों ने कैम्पेनिंग के लिए जो ब्लैकमनी जमा कर रखी थी, उसे बाहर लाना मुश्किल होगा। इससे इलेक्शन कैम्पेनिंग पर असर होगा। फायदा बीजेपी को मिल सकता है।
नुकसान की 5 बातें...
Q. देश को क्या नुकसान हुआ?
- प्रोडक्टिविटी कम हो रही है। बड़ा सरकारी अमला सिर्फ सुरक्षा और नोट से जुड़े बंदोबस्त में ही लगा दिया गया है।
- ज्यादातर रकम बैंकों में पहुंच जाएगी, तो बाजार में नोटों की कमी होगी। इसका फ्लो बढ़ने में थोड़ा वक्त लगेगा।

Q. इकोनॉमी को क्या नुकसान है?
- होम अप्लाएंसेस और ऑटो मोबाइल सेक्टर में बिक्री लगभग थम गई है। इससे इंडस्ट्रीज और रिटेलर दोनों की ग्रोथ नीचे आ रही है।
- कुछ समय के लिए यह मंदी इकोनॉमी को नुकसान पहुंचा सकती है। हालांकि, इसके जल्द ही मुश्किल से बाहर आ जाने की गुंजाइश है।
Q. आम आदमी को क्या नुकसान होगा?
- शादी वाले परिवारों में ज्यादा दिक्कत है।
- जिन परिवारों में बैंक से बड़ी रकम निकाल ली गई थी। उसे जमा करने के बाद में उतनी रकम तुरंत नहीं मिल रही।
- कोई उधार लेकर शादी के इंतजाम करने की सोच रहा था तो अब उधार भी नहीं मिल रहा है।
- सोना महंगा बेचा जा रहा है। लोगों से दस ग्राम सोने के लिए 40-50 हजार रुपए तक लिए जा रहे हैं।
Q. बैंकों को क्या नुकसान होगा?
- बैंकों के लॉकर, एफडी, फाइनेंस जैसे काम थम गए हैं। सिर्फ डिपोजिट, एक्सचेंज और विदड्रॉल हो रहा है।
- इम्प्लॉइज की छुट्टियां कैंसिल हो गई हैं। उन्हें ओवर टाइम काम करना पड़ रहा है। ज्यादा पैसा एक साथ आ रहा है, इसलिए भूल-चूक होने की आशंका ज्यादा है।
- बहुत ज्यादा कैश जमा हो जाने से उसे इन्वेस्ट करना बैंकों के लिए चुनौतीभरा होगा।
Q. सरकार को क्या नुकसान होगा?
- सरकार अभी अपने इस फैसले को बड़ा और साहसभरा कदम बता रही है। लोगों को भी लग रहा है कि दूसरी सरकारों में शायद ऐसा कर पाने का साहस नहीं था।
- इस फैसले से देश को क्या फायदा हुआ यह सरकार के लिए यह जल्द बता पाना मुश्किल होगा।
- अगर दूसरे दल लोगों को यह भरोसा दिलाने में कामयाब हो गए कि सरकार के इस कदम से परेशानी के सिवाय कुछ नहीं मिला तो आगे के चुनावों में खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
सरकार और पार्टी साथ
- सरकार और पूरी पार्टी एक सुर में बोल रही है। कोई विरोधाभास नहीं है। मोदी को बेहतर काम दिखाने का मौका मिला है। पार्टी में उनके फैसले का विरोध करने वाला कोई नहीं है। खास बात ये है कि पार्टी वही सब बोल रही है, जो मोदी कह रहे हैं।
- ये समझना जरूरी है कि मनमोहन सिंह ने पीएम रहते हुए एक अध्यादेश जारी किया। राहुल विरोध में थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उस अध्यादेश को फाड़ दिया। ऐसा बीजेपी या
सरकार में मुमकिन नहीं दिखता।
- अमित शाह ने मोदी के फैसले को देशहित से जोड़ दिया। कह दिया कि जो भी इस फैसले के साथ नहीं है, वो हवाला कारोबारियों का साथी हो सकता है
यूपी इलेक्शन पर असर
- असर तो पड़ेगा। हो सकता है, पार्टियां सीधे वर्कर्स को पैसा दें।
- हालांकि, इसमें कोई दो राय नहीं है कि चुनाव में ब्लैकमनी का इस्तेमाल होता है। इलेक्शन कमीशन इस पर रोक लगाने की कोशिशें करता रहा है।
- यूपी चुनाव में धर्म और जाति का असर किसी से छुपा नहीं है। इसलिए ये बड़ा मुद्दा बनेगा, ऐसा कम ही लगता है।
- कुछ पार्टियों पर कम तो कुछ पर ज्यादा असर देखा जा सकता है।

पूर्व पत्नी ने ट्रम्प के सामने रखा प्रपोजल- मुझे चेक रिपब्लिक का एम्बेसडर बना दीजिए

वॉशिंगटन.अमेरिका के प्रेसिडेंट इलेक्ट डोनाल्ड ट्रम्प की पूर्व वाइफ इवाना ट्रम्प ने प्रपोजल दिया है कि उन्हें चेक रिपब्लिक का एम्बेसडर बना दिया जाना चाहिए67 साल की इवाना चेक मूल की हैं1992 में उनका ट्रम्प से तलाक हो गया था। मैं चेक बोलती हूं और अपने देश को अच्छी तरह से जानती हूं...


- इवाना 1949 में चेक (तब के चेकोस्लोवाकिया) में पैदा हुई थीं।
- 'न्यूयॉर्क पोस्ट' को दिए एक इंटरव्यू में इवाना ने कहा, "मेरे पूर्व पति को मुझे चेक रिपब्लिक का एम्बेसडर बना देना चाहिए। मैं चेक लैंग्वेज अच्छे से बोल सकती हूं और मुझे अपने होम कंट्री की अच्छी जानकारी है।"
- इवाना ने ये भी बताया, "मैं तीन किताबें लिख चुकी हूं। 40 देशों की 25 लैंग्वेज में इन किताबों का ट्रांसलेशन हो चुका है। मुझे इवाना नाम से ही जाना जाता है। मुझे ट्रम्प नाम की जरूरत नहीं है।"
और क्या बोलीं इवाना?
- इवाना ने कहा, "मुझे एक बार 'न्यूयॉर्क टाइम्स' ने स्यू नोटिस भेजा था। वे मेरे तलाक के पेपर देखना चाहते थे।"
- "मैं अमेरिकी प्रेसिडेंट का इलेक्शन नहीं लड़ने जा रही। मैं केवल एक अमेरिकी सिटिजन हूं और मुझे प्राइवेसी का हक है। अपनी लाइफ से खुश हूं।"
- इवाना ये भी कहती हैं, "मैं डोनाल्ड को पोस्ट संभालते देखने के लिए तैयार हूं। उनके लिए कैम्पेन इसलिए टफ था, क्योंकि वे ट्रैवल करना ज्यादा पसंद नहीं करते। हालांकि, उनके पास खुद का प्लेन है, लेकिन फिर भी ये थकाऊ होता है।"
- "व्हाइट हाउस में उनके लिए ज्यादा चुनौतियां होंगी।"
चेक रिपब्लिक की क्या है स्थिति?
- फिलहाल, चेक में 2014 में एंडी शापिरो अमेरिकी एम्बेसडर हैं।
- 1993 में चेक रिपब्लिक और स्लोवाकिया, दो देश बनने के बाद से ही अमेरिका वहां एम्बेसडर अप्वाइंट कर रहा है।
- बता दें कि ट्रम्प अपनी बेटी इवान्का, बेटे एरिक और डोनाल्ड जूनियर और दामाद को जैरेड कुशनेर को एग्जीक्यूटिव कमेटी में पोस्ट दे चुके हैं।