Friday 30 September 2016

US बोला- उड़ी जैसे हमले तनाव बढ़ाते हैं, अपनी जमीन से आतंकी संगठन खत्म करे PAK



वॉशिंगटन. एलओसी के पार भारत की सर्जिकल स्ट्राइक का अमेरिका ने एक तरह से सपोर्ट किया है। उसने कहा कि उड़ी जैसे आतंकी हमले तनाव बढ़ाते हैं। साथ ही, अमेरिका ने पाक को वॉर्निंग देते हुए कहा है कि उसे अपनी जमीन पर चल रहे आतंकी संगठन खत्म करने चाहिए। ये बोले अमेरिकी विदेश विभाग के स्पोक्सपर्सन...
- अमेरिकी विदेश विभाग के स्पोक्सपर्सन जॉन किरबी के मुताबिक, "ये सही है कि उड़ी जैसा आतंकी हमला तनाव पैदा करता है। मैं इसमें ज्यादा नहीं कहना चाहता। लेकिन इस तरह का हमला खतरनाक है।"
- एक रिपोर्टर ने किरबी से बीच में टोककर सवाल किया था कि सर्जिकल स्ट्राइक को क्या 18 सितंबर को हुए उड़ी हमले का जवाब माना जाए? रिपोर्टर ने सुषमा स्वराज और यूएस विदेश मंत्री जॉन कैरी की बातचीत का भी जिक्र किया।
- किरबी ने कहा, "मुझे लगता है कि आप उड़ी हमले के बारे में बात कर रहे हैं। 27 सितंबर को कैरी ने सुषमा से बात की थी और उड़ी हमले को क्रिटिसाइज किया था।"
- "कैरी ने आतंकवाद के हर रूप की आलोचना की थी। साथ ही, उन्होंने दोनों देशों को तनाव कम करने को कहा था।"
- किरबी ने ये भी कहा, "सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर हम रिपोर्ट्स देख रहे हैं। हम हालात पर नजर रखे हुए हैं। हम मानते हैं कि बातचीत से तनाव कम किया जा सकता है।"
'आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई करे पाक'
- किरबी ने कहा, "हम पाकिस्तान से लगातार कह रहे हैं कि वह लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मुहम्मद और हक्कानी नेटवर्क पर कार्रवाई करे।"
- "अमेरिका इलाके में काउंटर टेररिज्म को-ऑपरेशन के लिए लगातार कोशिश कर रहा है। इसके कई रास्ते हैं, मसलन इन्फॉर्मेशन शेयर हों और आपसी बातचीत की प्रॉसेस बढ़ाई जाए।"
- भारत में यूएस एम्बेसडर रिचर्ड वर्मा को लेकर किरबी ने कहा, "वे नई दिल्ली लौट रहे हैं। अब उनके पास बड़ी जिम्मेदारी होगी।" बता दें कि कुछ दिनों के लिए वर्मा अमेरिका में थे।
- किरबी ने इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि क्या भारत के सर्जिकल ऑपरेशन में अमेरिका ने कोई मदद की थी?

यूएस थिंक टैंक ने कहा- सर्जिकल स्ट्राइक की पूरी तैयारी की गई
- टॉप यूएस थिंक टैंक कार्नेजी एन्डोवमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस के एश्ले टैलिस ने कहा, "भारत की ओर से एलओसी के पार की गई सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर पूरी तैयारी की गई थी।"
- "पीओके में आतंकी कैम्पों पर हमले से साफ है कि भारत जवाबी कार्रवाई की आजादी में कोई दखल नहीं चाहता। लेकिन इससे पाक में तनाव बढ़ा है।"
- टैलिस कहते हैं, "मुझे लगता है कि पाकिस्तान के पास भी पूरे अधिकार हैं। हालांकि, इस बात की संभावना नहीं है कि वह भारत की कार्रवाई का जवाब देगा, लेकिन भारत के खिलाफ पारंपरिक जंग जारी रहेगी।"
- सेंटर फॉर स्ट्रैटजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज के रिक रोसो के मुताबिक, "भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक नए टूल का इस्तेमाल किया है। इस्लामाबाद में होने वाले सार्क समिट से भी उसने हाथ खींच लिया है। कुछ साउथ एशियाई देशों ने भी उसे सपोर्ट किया है। इससे निश्चित रूप से इस्लामाबाद की स्थिति कमजोर होगी।"
DB एनालिसिस : ये अटैक लंबी स्ट्रैटजी के तहत हुआ है, आगे भी यह चलता रहेगा
- पूर्व आर्मी चीफ जनरल बिक्रम सिंहबताते हैं, ''ये अटैक ठीक वैसा ही हुआ है, जैसा देश उम्मीद कर रहा था। हमारी सर्जिकल स्ट्राइक आतंकियों के साथ-साथ पाकिस्तान के दिमाग को भी टारगेट करेगी। उनके लिए यह सबसे बड़ा मैसेज है। 11 दिन पहले उड़ी में हुए हमले के बाद डीजीएमओ ने कहा था हम जवाबी कार्रवाई जरूर करेंगे। लेकिन जगह और वक्त हम तय करेंगे। ये हमला उसी स्ट्रैटजी का सफल नतीजा है।''
- ''कंट्रोल लाइन के आसपास इस तरह के हमलों के प्लान हमारे पास हमेशा होते हैं। आर्मी को इन जगहों की जानकारी पहले से होती है। ये हमला भी लंबी स्ट्रैटजी के तहत हुआ है और अभी ये आगे चलता रहेगा।''
- ''बस राजनीतिक स्वीकृति की जरूरत होगी। हाल ही में हमारी पॉलिटिकल लीडरशिप ने पाकिस्तान के खिलाफ जो बयान दिए हैं, उससे सेना को बल मिला है। जहां तक पाकिस्तान की बात है, तो वो हमेशा से इनकार करता आ रहा है कि उसने कभी आतंकवाद का साथ दिया है। वो तो ये भी नहीं मानता कि इन सब कारणों से उसका कभी नुकसान हुआ।''

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