Friday 30 September 2016

PoK में 4 घंटे की कार्रवाई के बाद बड़े सवाल: अचानक एक्शन में क्यों आई आर्मी, इस ऑपरेशन से भारत को क्या हासिल हुआ?

नई दिल्ली.इंडियन आर्मी बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात पाक के कब्जे वाले कश्मीर में तीन किमी अंदर तक घुस गई और 7 कैम्पों को तबाह कर 38 आतंकियों को मार डाला। रात साढ़े 12 से सुबह साढ़े 4 बजे तक हुए इस सर्जिकल स्ट्राइक के बाद आर्मी वापस अपनी सीमा में लौट आई। डीजीएमओ इसके बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस में एलान करते, उससे काफी पहले सुबह 8 बजे अमेरिकी एनएसए सुजैन राइस ने एनएसए अजीत डोभाल को फोन किया था। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि सर्जिकल स्ट्राइक की जानकारी यूएस को पहले से थी।



 5 प्वाइंट में वो सब कुछ, जो आप जानना चाहते हैं...
1. अब तक चल रही डिप्लोमेसी से फोकस हटाकर अचानक आर्मी एक्शन क्यों?
- कुछ अचानक नहीं हुआ। उड़ी हमले के बाद जिस दिन मोदी वॉर रूम में गए थे, ये स्ट्रैटजी उसी दिन से बननी शुरू हो गई थी। पुख्ता इंटेलिजेंस इनपुट जुटाए गए।
- भारत के एक्शन के जवाब में पाकिस्तान के रिएक्शन और उस रिएक्शन पर हमारे संभावित जवाब का पूरा प्लान फाइनल किया गया। इसके बाद ही ये कार्रवाई की गई। इसमें 10 दिन लग गए।
2. अब सिंधु समझौता और एमएफएन का दर्जा कैंसल करने जैसे मुद्दे का क्या?
- देश को और दुनिया को भी ये बताना जरूरी हो गया था कि भारत कुछ कर रहा है। साथ ही, इंटरनेशनल प्रेशर भी न आए, इसका ध्यान रखना भी जरूरी था।
- सिंधु जल समझौता तोड़ना आसान नहीं था। वो भारत के खिलाफ जा सकता था। अगला कदम पाक को दिया मोस्ट फेवरेट नेशन का दर्जा वापस लेने और सीजफायर समझौता तोड़ने का हो सकता है।
3. अब क्या पाकिस्तान रिएक्ट नहीं करेगा? उसकी भी तो तैयारी होगी?
- नवाज शरीफ फंस गए हैं। अगर कार्रवाई नहीं करते हैं तो आर्मी तख्ता पलट सकती है। कट्टरपंथियों-आतंकी गुटों के गुस्से का भी सामना करना पड़ सकता है और कार्रवाई करते हैं तो वो लिमिटेड वॉर न होकर बड़ी जंग की ओर जाएंगे।
- भारत-पाकिस्तान एटमी पावर हैं, ऐसे में अमेरिका और यूएन का पाकिस्तान पर प्रेशर बढ़ेगा। मौजूदा हालात पाकिस्तान को गृह युद्ध की ओर ले जा सकते हैं।
4. इस हमले से भारत को सबसे ज्यादा क्या हासिल हुआ?
- सॉफ्ट स्टेट की छवि टूटेगी। 11 दिन से जो दबाव बना रखा था, वो दुनिया को पता था। पर भारत एलओसी पार कर सकता है, ये कल्पना किसी को नहीं थी।
- ऐसे में एक मैसेज साफतौर दुनिया में गया है कि भारत आर्मी का ऑप्शन्स भी यूज कर सकता है। वो भी उतने ही सीक्रेट तरीके से जितना एटमी टेस्टिंग के वक्त किया गया था।
5. इस बार कोई नई स्ट्रैटजी या बात, जो दुनिया को चौंकाती है...
- सर्जिकल ऑपरेशन पहले भी हुए हैं, पर कभी भी आर्मी ने खुलासा नहीं किया। पहली बार हमें बताया गया। साथ ही, हमारे डीजीएमओ ने पाकिस्तान के डीजीएमओ को फोन कर इसकी जानकारी भी दी।
- हमारी सरकार ये बताना चाहती थी, ताकि एक संदेश जाए कि अब भारत के सब्र की सीमा खत्म हो रही है।
DB एनालिसिस : ये अटैक लंबी स्ट्रैटजी के तहत हुआ है, आगे भी यह चलता रहेगा
- पूर्व आर्मी चीफ जनरल बिक्रम सिंहबताते हैं, ''ये अटैक ठीक वैसा ही हुआ है, जैसा देश उम्मीद कर रहा था। हमारी सर्जिकल स्ट्राइक आतंकियों के साथ-साथ पाकिस्तान के दिमाग को भी टारगेट करेगी। उनके लिए यह सबसे बड़ा मैसेज है। 11 दिन पहले उड़ी में हुए हमले के बाद डीजीएमओ ने कहा था हम जवाबी कार्रवाई जरूर करेंगे। लेकिन जगह और वक्त हम तय करेंगे। ये हमला उसी स्ट्रैटजी का सफल नतीजा है।''
- ''कंट्रोल लाइन के आसपास इस तरह के हमलों के प्लान हमारे पास हमेशा होते हैं। आर्मी को इन जगहों की जानकारी पहले से होती है। ये हमला भी लंबी स्ट्रैटजी के तहत हुआ है और अभी ये आगे चलता रहेगा।''
- ''बस राजनीतिक सहमति मिलने की जरूरत होगी। हाल ही में हमारी पॉलिटिकल लीडरशिप ने पाकिस्तान के खिलाफ जो बयान दिए हैं, उससे सेना को बल मिला है। जहां तक पाकिस्तान की बात है, तो वो हमेशा से इनकार करता आ रहा है कि उसने कभी आतंकवाद का साथ दिया है। वो तो ये भी नहीं मानता कि इन सब कारणों से उसका कभी नुकसान हुआ।''
गुरुवार दिनभर ऐसे चला घटनाक्रम
बुधवार रात 12.30 बजे
125 पैरा कमांडो सर्जिकल स्ट्राइक पूरा कर तड़के 4.30 बजे अपने-अपने कैम्पों में लौट आए।
सुबह 8.00 बजे
अमेरिकी एनएसए सुजैन राइस ने हमारे एनएसए अजीत डोभाल से फोन पर बात की। शाम को 22 देशों को भारत ने स्ट्राइक की जानकारी दी। कई देशों ने भारत की कार्रवाई का समर्थन किया।
सुबह 10.30 बजे
सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक बुलाई गई। मोदी, राजनाथ, जेटली, सुषमा, पर्रिकर, आर्मी चीफ, डीजीएमओ और एनएसए शामिल हुए।
दोपहर 12.00 बजे
सेना और फॉरेन मिनिस्ट्री ने आधे घंटे के नोटिस पर मीडिया को बुलाया। सर्जिकल स्ट्राइक की जानकारी दी। यह भी साफ किया कि आगे कार्रवाई नहीं करेंगे, पर कुछ हुआ ताे जवाब भी देंगे।
दोपहर 2.35 बजे
गृहमंत्री ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब और गुजरात में पाक से लगे 10 किमी तक के गांवों को खाली कराने का आदेश जारी किया। वाघा सीमा पर बीटिंग रिट्रीट हुई। लेकिन लोगों के आने पर रोक रही।
दोपहर बाद 4.15 बजे
सरकार ने सभी पार्टियों की मीटिंग बुलाई। सुषमा स्वराज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलीं। सभी दलों ने सरकार के सख्त रुख का समर्थन किया। आगे भी साथ रहने का भरोसा।

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